Popular Shayri by Sachin · March 19, 2020 ख़ुद अपनी मस्ती है जिस ने मचाई है हलचलनशा शराब में होता तो नाचती बोतल– आरिफ़ जलालीमैं अकेला ही चला था जानिब-ए-मंज़िल मगरलोग साथ आते गए और कारवाँ बनता गया– मजरूह सुल्तानपुरी