निदा फ़ाज़ली ग़ज़ल्स
[stextbox id=’grey’] घर से निकले हो तो सोचा है किधर जाओगे । हर तरफ तेज हवाएॅं हैं, बिखर जाओगे ।। इतना आसां नही लफजों पर भरोसा करना । घर की दहलीज पुकारेगी, जिधर जाओगे...
[stextbox id=’grey’] घर से निकले हो तो सोचा है किधर जाओगे । हर तरफ तेज हवाएॅं हैं, बिखर जाओगे ।। इतना आसां नही लफजों पर भरोसा करना । घर की दहलीज पुकारेगी, जिधर जाओगे...