Motivational Story

जैक मा चीन के एक छोटे से गांव के रहने वाले हैं जिनकी आर्थिक स्थिति इतनी खराब थी कि उनके घर वालो के पास उनके स्कूल के फीस का भी पैसा नहीं था और ये बात जैक मा को बहुत पहले ही समझ आ गयी थी।

जैक मा को 13 साल की उम्र से ही अंग्रे़जी (English) सीखने का बहुत ज्यादा ही सौक था और वो एक English स्कूल में दाखिला (admission) लेना चाहते थे लेकिन फीस ना दे पाने की वजह से वो वहा नहीं जा सके।

लेकिन क्यूँकि उन्हें अंग्रे़जी (English) सीखनी थी इसलिये उन्होंने हार नहीं मानी और वो एक tourist guide (लोगों को टहलाने घुमाने वाला) बन गये। और वहा पर बाहर देशों से आये हुए लोगों (tourist) को चीन घुमाने लगे और साथ ही साथ उन्हीं के साथ इंग्लिश बोलने का प्रयास भी करने लगे।

जैक मा पढ़ने-लिखने में इतने अच्छे थे कि वो 2 में 3 बार और 8 में 4 बार असफल (fail) हुए।

स्कूल की पढ़ाई खत्म करने के बाद उन्होंने कॉलेज जाने का सोचा और जहां पर उन्हें entrance exam में ही 5 बार असफलता का सामना करना पड़ा और इसीलिये एक अच्छे कोलेज में दाखिला (admission) ना मिलने की वजह से एक साधारण कॉलेज से अपना ग्रेजुएशन खत्म किया।

कॉलेज खत्म करने के बाद वो नौकरियां ढूँढने निकल पड़े और और आपको जानकर हैरानी होगी कि जैक मा 30 से भी ज्यादा जगह पर reject कर दिये गये।

उसी समय KFC चीन आया हुआ था जहां 24 लोग इंटरव्यू देने के लिये गये थे जिसमें 23 लोगों का सिलेक्शन हो गया और केवल एक अदमी का सिलेक्शन नहीं हुआ और वो कोई और नहीं जैक मा थे।

इतनी सारी असफलताओं (failures) के बाद भी जैक मा ने हार नहीं मानी और आगे बढ़ते रहे।

और उन्हें एक कॉलेज में नोकरी मिली जहां पर उन्होंने 9 साल तक बच्चों को पढ़ाया।

जैक मा का अमेरिका में एक दोस्त था जिसके साथ इनकी दोस्ती तब हुई थी जब वो चीन घूमने आया था।

जैक मा का नाम ma’y’n था जो की बुलाने में बहुत कठिन लगता था इसलिये जैक मा के दोस्त ने इनका नाम जैक रख दिया।

एक बार जैक मा अपने अमेरिकन दोस्त के साथ अमेरिका गये और वहा उन्होने पहली बार इंटरनेट इस्तेमाल किया। उन्होंने इससे पहले इंटरनेट कभी भी नहीं चलाया था।

और वो इंटरनेट पर चीन के बारे खोजने करने लगे लेकिन उनको चीन के बारे में कुछ भी नहीं पता चला और उन्होंने सोचा कि क्यों न एक website बनाया जाय जहां पर मैं चीन के बारे में सब कुछ रख सकूँ लेकिन चीन से funding न मिलने की वजह से यहाँ पर भी उन्हें असफलता का सामना करना पड़ा।

लेकिन इंटरनेट के बढ़ते दौर को देखकर वो अमेरिका से एक E-commerce business का आइडिया लेकर चीन आये और उन्होंने ये बात अपने सारे दोस्तों और परिवार को वालो को बताया लेकिन किसी ने भी उन्हें support नहीं किया क्योँकि जैक मा के दोस्तों ने और परिवार वालो ने न तो कभी इंटरनेट चलाया था और न ही देखा था।

लेकिन जैक के एक दोस्त ने उन्हें सलाह दिया कि अगर तुम सच में करना चाहते हो तो एक बार प्रयास करके देख लो लेकिन अगर कुछ गलत हुआ तो छोड़ कर वापस आ जाना।

और यहाँ पर दुनिया के सबसे बड़ी e-commerce company का जन्म हुआ जिसे आज हम और आप आप alibaba.com के नाम से जानते हैं।

Alibaba.com शुरु करने के बस 4 साल में ही इसने चीन की सबसे बड़ी e-commerce company eBay को बाहर का रास्ता दिखा दिया।

और आज alibaba.com दुनिया की सबसे बड़ी कोम्पनियो में से एक है जिसकी turnover 38 billion dollar के आस-पास है।

ये billion dollar e-commerce company उसी इंसान की है जिसे 30 कोम्पनियो ने reject किया था और जिसका सिलेक्शन KFC में नहीं हुआ था और जो दूसरी और आठवीं कक्षा में 3 और 4 बार असफल हुआ था। ये वही इंसान है जिसको पाँच बार entrance exam में असफलता का सामना करना पड़ा था।

ये याद रखें कि….

असफलता एक चुनौती है, इसे स्वीकार करो,

क्या कमी रह गयी देखो और सुधार करो।

जब तक न सफल हो, नींद चैन को त्यागो तुम,

संघर्ष का मैदान छोड़कर मत भागो तुम।

कुछ किये बिना ही जय जय कार नहीं होती,

कोशिश करने वालो की कभी हार नहीं होती।

तो जैसा की हमने इस कहानी से सीखा कि हम चाहे जितनी बार असफल हों हमें कभी हार नहीं माननी चाहिये, हो सकता है कि आप जिस काम में असफल हुए हैं वो आप के लिये एक सीख हो जो आपको किसी बड़े असफलता से बचा ले।

जैसा की जैक मा के साथ हुआ, उन्होंने कई सारे गेंद मिस किया लेकिन फिर एक ऐसा छक्का मारा कि दुनिया के सबसे अमीर लोगो में से एक बन गये।

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