Sad Shayri by Sachin · March 24, 2020 हमने प्यार नहीं इश्क नहीं इबादत की है,रस्मों से रिवाजों से बगावत की है,माँगा था हमने जिसे अपनी दुआओं में,उसी ने मुझसे जुदा होने की चाहत की है।