Popular Shayri

ज़िन्दगी तुझसे हर एक साँस पे समझौता करूँ,
शौक़ जीने का है मुझको मगर इतना तो नहीं,
रूह को दर्द मिला… दर्द को आँखें न मिली,
तुझको महसूस किया है तुझे देखा तो नहीं।

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