Popular Shayri by Sachin · March 13, 2020 ज़िन्दगी तुझसे हर एक साँस पे समझौता करूँ,शौक़ जीने का है मुझको मगर इतना तो नहीं,रूह को दर्द मिला… दर्द को आँखें न मिली,तुझको महसूस किया है तुझे देखा तो नहीं।