Funny & Moral Story

एक गांव में एक बूढ़ा इंसान रहता था जिसको गांव का कोई भी इंसान पसंद नहीं करता था।

और इसका कारण था खुद उस बूढ़े इंसान की आदतें जैसे बात-बात गुस्सा करना, हमेसा सबकी शिकायत करना, किसी से ठीक से बात ना करना आदि।

उसकी आदतें इतनी खराब थी कि अगर उसके पास से कोई गुजर जाये तो बिन बात के 2 गलियाँ दे देता था।

गांव वाले भगवान से बस यही दुआ करते थे कि उस बूढ़े इंसान से कभी मुलाकात न हो।

लेकिन जब वो बूढ़ा 80 साल का हो गया, तो कुछ अद्भुत हुआ।

गांव में बात फैलने लगी कि वो बूढ़ा अब हमेशा ख़ुश रहता है, कभी किसी पर गुस्सा नहीं करता, बहुत अछा इंसान बन गया है।

ये सुनकर गांव वालो को विस्वास नहीं हो रहा था कि बूढ़ा सुधर गया है।

एक दिन सारे गांव वाले उस बूढ़े के घर पर इकट्ठा हुए और उस बूढ़े इंसान से पूछा…

तुम्हें ये क्या हो गया है, तुम्हारे अंदर ये बदलाव कैसे?

बूढ़े ने जवाब दिया – “कुछ खास नहीं, मैं 80 साल तक खु़शी ढूँढता रहा जो कि केवल समय बर्बाद करना था इसलिये अब मैंने खुशियाँ ढूँढना बंद कर दिया और जिंदगी का आनन्द उठा रहा हूँ इसीलिये मैं खुश हूँ ”।

सीख:

हम हमेशा अपनी खु़शी बाहर की चीजों में ढूँढते हैं जो कि हमारे अंदर ही छुपी हुई है। तो ख़ुशियाँ ढ़ूँढो मत बस इस खू़बसूरत जिंदगी का आनन्द लो।

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